UP Bal Shramik Vidya Yojana 2023 :- उत्तर प्रदेश के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा राज्य के किशोर मजदूरों के लिए यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना की शुरुआत की गई है ।इस योजना के अंतर्गत ऐसे छोटे बच्चे जो 18 साल की उम्र के नहीं हुए हैं और उनकी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह मजदूरी करते हैं| वह इस योजना में आवेदन कर सकते हैं| यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना एक ऐसी योजना है जिसमें नाबालिक बच्चों को पढ़ने और उनसे मजदूरी न करवाने पर जोर दिया गया है|
UP Bal Shramik Vidya Yojana 2023 के माध्यम से श्रमिकों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए उचित शिक्षा प्रदान करने में सरकार मदद करेगी UP Bal Shramik Vidya Yojana 2023 का उद्देश्य राज्य के बाल मजदूर को प्रति महाभारत सो रुपए आर्थिक सहायता प्रदान करना है यह धारणाशी राज्य सरकार द्वारा बच्चों के खाते में डायरेक्ट ट्रांसफर की जाएगी इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने पर बच्चों को मजदूरी न करने और उनकी पढ़ाई के लिए सालाना ₹6000 की आर्थिक सहायता राशि दी जाएगी।
UP Bal Shramik Vidya Yojana 2023 Overview :-
योजना का नाम | यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना |
किसके द्वारा शुरू की गई | मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा |
विभाग | श्रम विभाग |
आरंभ तिथि | 12 जून 2020 |
योजना का उद्देश्य | राज्य के अनाथ व श्रमिक बच्चों को पढ़ाई के लिए अतिरिक्त सहायता प्रदान करना |
योजना के लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के अनाथ व मजदूर के बच्चे |
लाभार्थी की आयु | 8 से 18 वर्ष |
योजना का लाभ | उत्तर प्रदेश के छात्र छात्राओं को प्रति वर्ष 6000 रुपये की धनराशि प्रदान करना |
प्रोत्साहन राशि | बालक को 1000 रुपये प्रतिमाह बालिकाओं को 1200 रुपये प्रतिमाह |
आवेदन की प्रक्रिया | अभी घोषित नहीं की गई |
आधिकारिक वेबसाइट | अभी आरंभ नहीं की गई |
बाल श्रमिक विद्या योजना क्या है
नमस्कार दोस्तों आज हम बात करने वाले हैं| यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना के बारे में इस योजना को यूपी सरकार द्वारा शुरू किया गया है| यह उत्तर प्रदेश के बच्चों के लिए एक ऐसी योजना है जो नाबालिक होते हैं| हमारे देश के कानून के मुताबिक बाल श्रम करना कानूनी अपराध है| ऐसी स्थिति में यदि कोई माता-पिता या कोई भी इंसान बच्चों से काम करवाता है तो वह कानूनी रूप से दंड का अधिकारी होगा क्योंकि बच्चों से काम करवाना हमारे देश के कानून के खिलाफ है|
लेकिन कुछ बच्चे अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कम उम्र में ही काम करने लग जाते हैं | जिससे उनकी पढ़ाई पर भी प्रभाव पड़ता है वह पढ़ नहीं पाते ऐसे में बच्चों को बाल श्रम न करने पर जोर देते हुए सरकार द्वारा उनके उज्जवल भविष्य और उनकी पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना की शुरुआत की गई है| इसमें आवेदन करने वाले लड़के को ₹1000 प्रति माह और लड़की को ₹1200 प्रति माह की आर्थिक सहायता यूपी सरकार द्वारा दी जाएगी| इस योजना को 12 जून 2020 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा शुरू किया गया था| जिसमें 8 वर्ष से 18 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चे आवेदन कर सकते हैं।
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना पात्रता
- बाल श्रमिक उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए, जो चयनित 57 जिलों में रहते है।
- योजना के अंतर्गत 8 से 18 वर्ष के बच्चों को ही शामिल किया जाएगा.
- जिन बच्चो के माता पिता नहीं है या कोई एक भी नहीं है तो वे भी इस योजना के पात्र है।
- परिवार में जिन बच्चों के माता-पिता दिव्यांग हैं या दोनों में से कोई एक दिव्यांग हैं उन बच्चों को भी योजना के अंतर्गत प्राथमिकता दी जाएगी।
- योजना के अंतर्गत उन बच्चों को भी प्राथमिकता दी जाएगी जिनके माता-पिता किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित है।
आवश्यक दस्तावेज़
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना की जानकारी
यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना एक ऐसी योजना है जो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ जी द्वारा उत्तर प्रदेश में रहने वाले ऐसे बच्चों के लिए शुरू की गई है| जो बच्चे कम उम्र में काम करते हैं बाल श्रमिक विद्या योजना के रूप में उन लोगों के लिए एक योजना शुरू की गई है| भारत में गरीबों की तादाद अमीरों से ज्यादा है ऐसे में छोटे परिवारों के बच्चे रोजगार प्राप्त करने के लिए घर से बाहर निकल जाते हैं लेकिन यह दंडनीय अपराध है। नाबालिक बच्चों से काम करवाना हमारे देश के कानून के खिलाफ है पूरी दुनिया में 12 जून को बाल श्रम निषेध दिवस मनाया जाता है|
इसी दिवस के उपलक्ष में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना की शुरुआत की गई है इस योजना में नाबालिक बच्चों से काम न करवाने और उन्हें विद्या प्राप्त करने का उद्देश्य बनाया गया है और जागरूकता लाई गई है| इसका लाभ श्रमिक परिवार के बच्चों को अच्छी आजीविका प्रदान करने के लिए दिया जाना है| उन्हें अच्छा खाना एवं शिक्षा दोनों उनके भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए प्रदान की जाएगी|
कुछ महत्बपूर्ण प्रश्न
Q : बाल श्रमिक विद्या योजना की शुरुआत कब हुई?
उत्तर: इस योजना की शुरुआत 12 जून, 2020 को हुई है।
Q : क्या सभी बाल श्रमिको को इस योजना का लाभ मिलता है?
उत्तर: जी नहीं, केवल पात्रता के अनुसार ही लाभ प्रदान किया जाता है।
Q : यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ किसे मिलेगा ?
Ans : यूपी के उन बच्चों को जो पढ़ाई छोड़कर मजदूरी करते हैं.
Q : यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना क्या है ?
Ans : बाल श्रम को ख़त्म करने के लिए सरकार ने इसका लाभ दिया है.
Q : यूपी बाल श्रमिक विद्या योजना का लाभ कैसे मिलेगा ?
Ans : सरकार द्वारा लाभार्थियों का चयन किया जायेगा.
Q : उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना का पूराना नाम क्या है ?
उत्तर प्रदेश बाल श्रमिक विद्या योजना का पूराना नाम- कंडीशनल कैश ट्रांसफर ट्रांसफर योजना है।